पुस्तक.आर्ग पर सरस कहानियाँ सुने
गणित: जीवन में हम सभी अपनी-अपनी बुद्धि और इच्छाओं के हिसाब से ही गणित लगाते हैं। अपनी जिम्मेदारियों और सामाजिक अपेक्षाओँ के चलते हम दूसरों के गणित को मानते रहते हैं। पर कहाँ तक? ... कहानी सुनें
कड़वा सच: कभी-कभी जीवन में हम किसी व्यक्ति से इतने प्रभावित हो जाते हैं कि उसके लिए सारे समाज से लोहा ले लेते हैं। परंतु कालांतर में यदि हमें ऐसा लगे कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए था, तब क्या हो? ... कहानी सुनें
नीड़ का निर्माण फिर-फिर:विवाहित युगल में यदि एक भटक जाये तो अच्छा-खासा परिवार टूट जाता है, पर क्या बहुत लगन से बनाये गये नीड़ का निर्माण फिर से किया जा सकता है? ... कहानी सुनें
बेटी की विदाई:अपने जीवन को स्वयं संचालित करने की इच्छा तो हम सभी में स्वाभाविक रूप से होती है। पर इस नियंत्रण के खेल में अपना मनचाहा करने के बाद अन्य लोगों से सहयोग की अपेक्षा की आशा करनी चाहिए? नियंत्रण और स्वच्छंदता कहाँ तक होनी चाहिए? ... कहानी सुनें